विश्वास रखो जिंदगी मैं अभी
मान न कभी हार जिंदगी मैं कभी
मत समझो अपने आप को अकेला
तुम्हारे साथ है जिंदगी मैं सभी
माँ की शुभकामनाये , पिता का आशीर्वाद
बहिन के प्यार का रहेगा
तुम्हारे सर पे हाथ
बस छोड़ना नही विश्वास का साथ
विश्वास जिंदगी की पूंजी है
सफलता की एकमात्र कुंजी है
मेरे दोस्तों मेरे भाई
बस सभी को देना चाहता हु एक सफाई
यही है तुम्हारे पास एक अनमोल कमाई
दिल पे न लेना कभी असफलता को कभी
विश्वास को न टूटने देना कभी
जिन्दगी है भरी हुई उतरान चढान से
पर यही तो है जिन्दगी का मज़ा
वो इंसान ही क्या जो टूट जाए
मज़ा तो तब है जब वो उतरान से
चढान पर पहुच जाए
विश्वास रखो ज़िन्दगी मैं अभी
मान न कभी हार ज़िन्दगी मैं कभी
पीयूष चंदा
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